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Supreme Court:‘सुप्रीम कोर्ट को नहीं बनने दे सकते ‘तारीख पे तारीख’ अदालत’, सीजेआई ने वकीलों को लगाई फटकार – Cji Chandrachud Said Don’t Want Supreme Court To Become ‘tarikh-pe-tarikh’ Court


CJI Chandrachud said Don't want Supreme Court to become 'tarikh-pe-tarikh' court

सुप्रीम कोर्ट
– फोटो : ANI



विस्तार


प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को वकीलों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को ‘तारीख पे तारीख’ अदालत बनने नहीं दिया जा सकता है। उन्होंने बार से अपील की है कि मामलों को बहुत जरूरत पर पड़ने पर ही स्थगित किया जाए।

साढ़े तीन हजार से अधिक मामलों में स्थगन पर्ची दाखिल की गईं

दिन की कार्यवाही शुरू होते ही प्रधान न्यायाधीश ने वकीलों द्वारा नये मामलों में स्थगन की मांग का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों के अंदर 3,688 मामलों में स्थगन पर्ची दाखिल की गई हैं। जब तक बहुत जरूरी न हो, कृपया स्थगन पर्ची दाखिल न करें।

हम नहीं चाहते…

न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा और प्रधान न्यायाधीश वाली पीठ ने कहा, ‘हम नहीं चाहते कि यह अदालत तारीख-पे-तारीख अदालत बने।’ गौरतलब है, बॉलीवुड फिल्म ‘दामिनी’ में सनी देओल का मशहूर डायलॉग ‘तारीख-पे-तारीख’ था, जिसमें अभिनेता ने अदालतों में लंबित होते मामलों पर अफसोस जताया था।






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